




अब सेविंग्स अकाउंट में जीरो बैलेंस रखने पर भी नहीं लगेगा कोई जुर्माना, जानिए किन बैंकों ने दी ये राहत।
नई दिल्ली: बैंक अकाउंट होल्डर्स के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब अगर आपके सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं रहता है तो भी बैंक कोई चार्ज नहीं काटेगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) समेत छह बड़े सरकारी बैंकों ने मिनिमम एवरेज बैलेंस चार्ज (MAB Charges) को पूरी तरह खत्म कर दिया है।
पहले कई लोगों के खाते से अनजाने में ही हर महीने न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर शुल्क काट लिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। आइए जानते हैं किन बैंकों ने अपने कस्टमर्स को दी यह राहत:
किन बैंकों ने खत्म किया मिनिमम बैलेंस चार्ज?
1. बैंक ऑफ बड़ोदा
1 जुलाई 2025 से सभी स्टैंडर्ड सेविंग्स अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस चार्ज खत्म कर दिया गया है। प्रीमियम सेविंग्स अकाउंट स्कीम पर अभी भी यह चार्ज लागू है।
2. इंडियन बैंक
7 जुलाई 2025 से सभी सेविंग्स अकाउंट्स पर मिनिमम बैलेंस चार्ज पूरी तरह हटाया गया है।
3. केनरा बैंक
मई 2025 से ही केनरा बैंक ने रेगुलर, सैलरी और एनआरआई सेविंग्स अकाउंट्स पर यह चार्ज खत्म कर दिया था।
4. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
सभी सेविंग्स अकाउंट्स पर मिनिमम एवरेज बैलेंस चार्ज समाप्त कर दिया गया है।
5. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
SBI ने 2020 से लागू मिनिमम बैलेंस चार्ज को अब हटाने का फैसला लिया है।
6. बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया ने भी हाल ही में यह घोषणा की कि बाजार की बदलती परिस्थितियों और ग्राहकों की सुविधा के मद्देनजर यह चार्ज खत्म कर दिया गया है।
क्या है मिनिमम बैलेंस चार्ज?
मिनिमम एवरेज बैलेंस चार्ज वह राशि होती है, जो बैंक खाताधारक के खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर काट ली जाती है। यह चार्ज हर महीने या तिमाही के आधार पर लगाया जाता था।
अब इन 6 बैंकों में ग्राहकों को यह शर्त पूरी नहीं करने पर भी कोई शुल्क नहीं देना होगा।
क्यों उठाया गया यह कदम?
बैंकों का कहना है कि इस निर्णय का उद्देश्य:
१. ग्राहकों पर वित्तीय दबाव कम करना,
२. डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना,
३. बैंकिंग सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाना है।
४. यह कदम बैंकिंग सेक्टर में ग्राहकों के विश्वास को और मजबूत करेगा।
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