




वर्तमान भारत-पाकिस्तान (ऑपरेशन सिंदूर) तनाव की पृष्ठभूमि में एक गंभीर मामला सामने आया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि भारतीय नागरिकों के आधार कार्ड और उनसे जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी साइबर समूहों के हाथ लग गई है।
आधार कार्ड भारतीयों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। आधार कार्ड पर अंकित 12 अंकों की विशिष्ट आईडी संख्या उस व्यक्ति के लिए एक तरह की पहचान है। यह कार्ड पूरे देश में पहचान और पते के प्रमाण के रूप में काम करता है। लेकिन आधार सिर्फ पहचान का साधन नहीं है, बल्कि यह बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और सरकारी योजनाओं जैसी कई महत्वपूर्ण सेवाओं से जुड़ा हुआ है। इसलिए, आधार का दुरुपयोग नागरिकों की पहचान और वित्तीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव (ऑपरेशन सिंदूर) की पृष्ठभूमि में, आधार कार्ड के दुरुपयोग की चिंताजनक रिपोर्टों ने भारतीय नागरिकों के व्यक्तिगत डेटा के गलत हाथों में पड़ जाने की चिंता पैदा कर दी है। पाकिस्तान जैसे देशों के हैकर्स लगातार भारतीय वेबसाइटों को निशाना बना रहे हैं, जिनमें रक्षा क्षेत्र और यूआईडीएआई की वेबसाइटें भी शामिल हैं। चिंता की बात यह है कि अगर आपका आधार कार्ड किसी पाकिस्तानी या किसी अन्य के हाथ लग गया तो इसका दुरुपयोग हो सकता है और यहां तक कि भारत के खिलाफ भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने नागरिकों के लिए एक विशेष उपकरण उपलब्ध कराया है। इस टूल के जरिए आप अपने आधार नंबर का इतिहास देख सकते हैं और समझ सकते हैं कि इसका इस्तेमाल कहां और कब हुआ।
कैसे पता करें कि आधार का उपयोग कौन कर रहा है?
1. आधिकारिक myAadhaar पोर्टल पर जाएं।
2. अपना आधार नंबर और कैप्चा दर्ज करें। फिर नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करके लॉगिन करें।
3. इसके बाद, ‘प्रमाणीकरण इतिहास’ अनुभाग पर जाएं।
4. इच्छित तिथि का चयन करें और देखें कि आधार कार्ड का उपयोग किन सेवाओं के लिए किया गया है।
5. यदि आपको कोई संदिग्ध गतिविधि नज़र आए तो तुरंत यूआईडीएआई से संपर्क करें।
यदि कोई दुर्व्यवहार हुआ हो तो क्या करें?
यदि आपको संदेह है कि आपके आधार कार्ड का दुरुपयोग किया गया है, तो तुरंत निम्नलिखित में से किसी भी माध्यम से शिकायत दर्ज करें:
1. निःशुल्क हेल्पलाइन: 1947
2. ईमेल: help@uidai.gov.in
3. शिकायत पंजीकरण वेबसाइट: uidai.gov.in