




भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को एक मैच खेला गया. अगर खेल मंत्रालय की ओर से टी इंडिया को निर्देश दिए जाएंगे तो खिलाड़ी टूर्नामेंट से पीछे हटने के लिए तैयार हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है. भारतीय सेना पाकिस्तान के सभी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रही है. ऐसे में आईपीएल टूर्नामेंट भी रद्द कर दिया गया है. लेकिन वहीं एक ऐसी स्थिति भी बन गई, जब भारत को पाकिस्तान के साथ एक मैच खेलना पड़ गया. ये मुकाबला शुक्रवार 9 मई को हुआ है. आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को हैंडबॉल मैच खेला गया है.
भारत-पाकिस्तान के बीच क्यों खेला गया मैच?
हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (HFI) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने भारत और पाकिस्तान मैच को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि इस टूर्नामेंट का शेड्यूल चार महीने पहले ही तय हो चुका था. हम लोगों ने सरकार, खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ को इस बारे में चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी में हमने पूछा था कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ ये मैच खेलना चाहिए या नहीं. हालांकि हमें इस परिस्थिति के बीच कोई जवाब नहीं मिला. इस वजह से हमें पाकिस्तान के खिलाफ ये मैच मजबूरी में खेलना पड़ा, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय हैंडबॉल महासंघ (IHF) ने मुकाबला न खेलने पर हमारी टीम को बैन करने की बात कही थी.
क्या फैसला लेगा भारतीय खेल मंत्रालय?
एचएफआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने बताया कि मैच खेलने के अलावा हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं बचा था. इसके साथ ही कहा कि अगर भारत के खेल मंत्रालय की तरफ से हमें निर्देश दिए जाते हैं कि हम आगे के मुकाबले न खेलें तो हम हम पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेंगे. हमारे लिए सबसे पहले देश आता है. इसके लिए हम इस टूर्नामेंट में बैन होने के लिए भी तैयार हैं. हम केवल इतना चाहते हैं कि सही समय पर अधिकारियों की तरफ से दिशा-निर्देश मिलें.