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यूएई में काम कर रहे भारतीय प्रवासी अब एक अरबपति बन गए हैं। 29 वर्षीय अनिलकुमार बोल्ला, जो लंबे समय से अबू धाबी में रह रहे हैं, ने हाल ही में यूएई लॉटरी का रिकॉर्ड तोड़ जैकपॉट जीता। इस लॉटरी की राशि 100 मिलियन दिरहम यानी लगभग ₹240 करोड़ से अधिक थी। इस जीत ने न केवल अनिलकुमार की जिंदगी बदल दी है, बल्कि उनके परिवार और समुदाय में भी खुशी की लहर दौड़ा दी है।
अनिलकुमार बोल्ला की कहानी आम प्रवासी भारतीयों के लिए प्रेरणास्पद है। वह अबू धाबी में एक मिड-लेवल जॉब कर रहे थे और हमेशा अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन की तलाश में थे। लॉटरी जीतने के बाद उनकी जिंदगी एकदम बदल गई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,
“यह विश्वास करना मुश्किल है कि अब मैं अरबपति बन गया हूं। यह सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि मेरे परिवार और उन सभी लोगों के लिए खुशी की वजह है जो हमेशा मेरे साथ खड़े रहे।”
अनिलकुमार ने बताया कि उन्होंने यह लॉटरी टिकट एक दोस्त के सुझाव पर खरीदा था। यह लॉटरी UAE में विशेष रूप से लोकप्रिय है और लाखों लोग हर सप्ताह इसे खेलते हैं। इस बार अनिलकुमार का टिकट पूरी तरह से सही साबित हुआ और जैकपॉट उनके नाम रहा।
उनकी इस जीत से न केवल मीडिया में हलचल मची है, बल्कि लॉटरी संगठन भी उनके उत्साह और खुशी का हिस्सा बन गया। अधिकारियों ने कहा कि यह यूएई लॉटरी का अब तक का सबसे बड़ा जैकपॉट है और इसे जीतने वाले अनिलकुमार बोल्ला अब देश के सबसे अमीर प्रवासी भारतीयों में शामिल हो गए हैं।
अनिलकुमार की जीत ने उनके जीवन की कई कठिनाइयों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अब उन्हें अपने परिवार के लिए एक बड़ा घर खरीदने का अवसर मिलेगा और उनकी माता-पिता के जीवन की गुणवत्ता भी सुधरेगी। इसके अलावा, वह अपने भाई-बहनों की शिक्षा और परिवार के अन्य जरूरतों को पूरा करने की योजना भी बना रहे हैं।
इस जैकपॉट जीत ने सोशल मीडिया पर भी जोरदार चर्चा पैदा कर दी है। लोगों ने अनिलकुमार की सरल जीवनशैली और मेहनती प्रवासी बनने की कहानी को सराहा। कई लोग उनके लिए बधाई संदेश भेज रहे हैं और उनकी सफलता को प्रेरणा के रूप में देख रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार की लॉटरी जीत किसी की मेहनत के साथ-साथ संयोग और भाग्य का भी परिणाम होती है। UAE में प्रवासी भारतीयों की संख्या लाखों में है और यह जीत अन्य लोगों के लिए भी यह संदेश देती है कि कभी-कभी जीवन में भाग्य भी बड़ी भूमिका निभा सकता है।
अनिलकुमार बोल्ला अब अपने जीवन के नए अध्याय की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के बावजूद अपने मूल्यों और साधारण जीवनशैली को नहीं भूलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने कुछ हिस्से की धनराशि सामाजिक कार्यों और जरूरतमंदों की मदद के लिए भी देंगे।
UAE में लॉटरी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। अबू धाबी जैसे बड़े शहरों में लॉटरी खेलना आम प्रवासी और स्थानीय लोगों के बीच एक मनोरंजन और निवेश का जरिया बन गया है। इस साल अनिलकुमार बोल्ला की जीत ने इसे और भी ज्यादा चर्चित बना दिया है।
अनिलकुमार की यह सफलता कहानी यह भी दिखाती है कि मेहनत, संयम और भाग्य मिलकर किसी भी जीवन को बदल सकते हैं। उनका यह उदाहरण उन लाखों प्रवासी भारतीयों के लिए प्रेरणा बन सकता है जो विदेश में काम करके अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन की तलाश में हैं।
अबू धाबी में उनकी इस जीत ने न केवल उनकी व्यक्तिगत स्थिति बदल दी है बल्कि उनके समुदाय के लिए भी गर्व की बात बन गई है। स्थानीय भारतीय समुदाय ने इस जीत को खुशी और उत्साह के साथ मनाया और उन्हें बधाई दी।
अगले कुछ महीनों में अनिलकुमार बोल्ला की योजनाओं पर नज़र रखी जाएगी कि वे अपनी नई संपत्ति और धन का उपयोग किस तरह से करेंगे। उनके फैसले न केवल उनके जीवन को बल्कि उनके आसपास के लोगों और समुदाय को भी प्रभावित कर सकते हैं।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद यह स्पष्ट है कि भाग्य और अवसर कभी भी किसी के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। अनिलकुमार बोल्ला की कहानी यह याद दिलाती है कि मेहनत और धैर्य के साथ थोड़ी किस्मत भी सफलता की दिशा बदल सकती है।







