




ग्रेटर मुंबई में रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने के लिए नई रेलवे लाइनों का काम तेजी से आगे बढ़ेगा।
मुंबई के नागरिकों की यात्रा को आसान बनाने के लिए नई रेलवे लाइनें बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वर्तमान में बोरीवली से विरार तक पांचवीं और छठी लेन तथा कल्याण से कासरगोड तक तीसरी लेन पर काम चल रहा है। अब इस परियोजना का एक और चरण आगे बढ़ने वाला है, जिसमें इन दोनों कॉरिडोर के कार्य के लिए 29.32 हेक्टेयर वन भूमि पर पेड़ों को काटने की मंजूरी मिल गई है। इसलिए इस लाइन पर काम जल्द ही शुरू हो जाएगा और इसे जल्द ही सेवा में लाया जाएगा। इससे मुंबईकरों की यात्रा तेज हो जाएगी।
मध्य रेलवे पर कल्याण से कसारा तक तीसरी लाइन के लिए ठाणे जिले के 17 गांवों की 16.54 हेक्टेयर भूमि पर लगे पेड़ों को काटा जाएगा। ठाणे के मुख्य वन संरक्षक ने काम शुरू करने की सशर्त अनुमति दे दी है। यह परमिट 5 दिसंबर 2025 तक वैध रहेगा। वन विभाग ने मध्य रेलवे को निर्देश दिया है कि वह सुनिश्चित करे कि वन क्षेत्र में काम करते समय प्राकृतिक जल स्रोतों का प्रवाह बाधित न हो। पिछले कई वर्षों से प्रतीक्षित यह परियोजना अंततः फलीभूत होने जा रही है। इस परियोजना पर 792 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।
कल्याण और कसारा के बीच नया मार्ग खुलने के बाद इस मार्ग पर स्थानीय फेरे बढ़ाना संभव हो सकेगा। 15 कोच वाली लोकल ट्रेनें चलाने में यह अतिरिक्त ट्रैक एक महत्वपूर्ण कदम है। मेल और एक्सप्रेस के कारण लोकल ट्रेनें अक्सर देरी से चलती हैं। इस मार्ग से लोकल ट्रेनों की गति बढ़ जाएगी।
बोरीवली से विरार तक पांचवीं और छठी लाइन पर काम चल रहा है और इस परियोजना पर 2,184 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस नए रूट के बन जाने से मुंबई सेंट्रल से विरार तक छह रूट उपलब्ध हो जाएंगे। इसके अलावा, मुंबई लोकल और मेल एक्सप्रेस के लिए अलग ट्रैक उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि विरार के बीच उपनगरीय ट्रेनों और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए अलग ट्रैक उपलब्ध कराए जाएंगे।