




Moody’s के मुताबिक, अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लंबा चला, तो इससे पाकिस्तान की ग्रोथ रेट घट सकती है और उसकी वित्तीय स्थिरता पर असर पड़ेगा.
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मशहूर अमेरिकी रेटिंग एजेंसी Moody’s की एक अहम रिपोर्ट सामने आई है. इसमें कहा गया है कि अगर भारत-पाक तनाव और बढ़ा, तो इसका असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) पर गंभीर रूप से पड़ सकता है. वहीं भारत की अर्थव्यवस्था पर इसका कोई बड़ा असर पड़ने की उम्मीद नहीं है.
पाकिस्तान की फॉरेक्स रिजर्व पर दबाव
Moody’s के मुताबिक, अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लंबा चला, तो इससे पाकिस्तान की ग्रोथ रेट घट सकती है और उसकी वित्तीय स्थिरता पर असर पड़ेगा. खासतौर पर पाकिस्तान की फॉरेक्स रिजर्व पर दबाव बढ़ेगा, जो पहले ही आगामी वर्षों में विदेशी कर्ज चुकाने के लिए नाकाफी माने जा रहे हैं.
भारत पर नहीं होगा बड़ा असर
भारत की बात करें तो Moody’s का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंध बहुत सीमित हैं. भारत के कुल निर्यात का सिर्फ 0.5 फीसदी से भी कम पाकिस्तान को जाता है. इसलिए, तनाव बढ़ने के बावजूद भारत की आर्थिक गतिविधियों में किसी बड़े झटके की आशंका नहीं है. FY25 (अप्रैल से जनवरी) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान को 447.65 मिलियन डॉलर का निर्यात किया. वहीं, पाकिस्तान से आयात केवल 0.42 मिलियन डॉलर रहा.
Pahalgam आतंकी हमले के बाद हालात बिगड़े
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए, जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ग्रुप TRF ने ली. भारत ने इस हमले में शामिल पांच आतंकियों की पहचान की है, जिनमें से तीन पाकिस्तानी नागरिक बताए गए हैं. इसके बाद ही दोनों देशों के बीच तनाव और तेज़ हुआ.
IMF से मिलने वाला फंड भी प्रभावित हो सकता है
Moody’s की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो पाकिस्तान को IMF या अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से मिलने वाली मदद पर भी असर पड़ सकता है. IMF की एक टीम 9 मई को पाकिस्तान से मिलने वाली है, जहां 1.3 बिलियन डॉलर की नई फंडिंग और 7 बिलियन डॉलर के मौजूदा बेलआउट पैकेज की समीक्षा होनी है. भारत की ओर से उम्मीद की जा रही है कि वह IMF और अन्य ग्लोबल एजेंसियों से पाकिस्तान को दी जा रही फंडिंग पर पुनर्विचार की मांग कर सकता है.
भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर?
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो भारत को रक्षा खर्च में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है, जिससे वित्तीय घाटा (फिस्कल डेफिसिट) बढ़ सकता है और राजकोषीय सुधार की रफ्तार धीमी हो सकती है. लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहेगी.
Moody’s रेटिंग क्या कहती है?
पाकिस्तान की रेटिंग- Caa2 है, इसे बहुत कमजोर माना जाता है. यानी डिफॉल्ट का खतरा ज़्यादा है. जबकि, भारत की रेटिंग- Baa3 है. ये इन्वेस्टमेंट ग्रेड की सबसे निचली सीमा, लेकिन स्थिर मानी जाती है. यानी भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव में भारत की अर्थव्यवस्था पर फिलहाल कोई बड़ा खतरा नहीं, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह दौर बेहद मुश्किल हो सकता है.