





भादरा,हनुमानगढ़,(राजस्थान): भारत-पाकिस्तान सीमा पर चल रही तनावपूर्ण स्थिति और भारतीय सेना द्वारा देश की रक्षा के लिए किए जा रहे पराक्रम को ध्यान में रखते हुए, राजस्थान के भादरा तहसील में एक विशेष धार्मिक आयोजन का आयोजन किया गया। यह आयोजन धर्म संघ महाविद्यालय परिसर में हुआ, जिसका नेतृत्व प्रख्यात वैदिक आचार्य डॉ. विदिश दत्त शास्त्री ने किया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के शौर्य और विजय के लिए ईश्वर से प्रार्थना करना था। डॉ. शास्त्री के निर्देशन में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने 101 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव का वैदिक विधि से रुद्राभिषेक किया। मंत्रों की गूंज से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया।
सामूहिक संकल्प और राष्ट्र रक्षा की कामना
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं और विद्यार्थियों ने भारतीय सैनिकों की सुरक्षा, सामूहिक बल, मनोबल और उनकी विजय के लिए सामूहिक संकल्प लिया। भगवान शिव के साथ-साथ मां कालका, भगवान नंदी व भगवान भैरव का पूजन करते हुए सेना की शक्ति और राष्ट्र की अखंडता हेतु विशेष प्रार्थनाएं की गईं।
जनप्रतिनिधियों का समर्थन
नगर मंडल अध्यक्ष हरिप्रकाश शर्मा ने कहा, “भारतीय सेना प्रत्येक भारतवासी के गर्व का कारण है। हमारे जवान सीमाओं पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए दिन-रात राष्ट्र की रक्षा कर रहे हैं। ऐसे में हमें उनका मनोबल ऊंचा रखने के लिए आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से खड़ा होना चाहिए।”
सामाजिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस आयोजन में सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें गिरधारी लाल सैनी, एलआईसी अभिकर्ता आसुराम मोदी, विधि प्रकोष्ठ के एडवोकेट हर्ष भारद्वाज, बृजलाल खोखेवाला सहित अनेक कार्यकर्ता, शिक्षकगण, विद्यार्थी एवं पदाधिकारी शामिल थे।
आयोजन के अंत में सभी ने एक स्वर में ‘भारत माता की जय‘ और ‘वंदे मातरम्‘ का उद्घोष किया। रुद्राभिषेक और वैदिक जाप के साथ यह संदेश भी दिया गया कि आध्यात्मिक चेतना और राष्ट्रभक्ति का संगम ही भारत की आत्मा है।