




मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद मार्केट का सेंटीमेट कमजोर हुआ है. शेयर बाजार में बिकवाली भी इसी के चलते तेज हो गई है.’
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का ही असर है कि शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. बीते 9 मई को दोनों बेंचमार्क इंडेक्स-सेंसेक्स और निफ्टी 50 1 परसेंट से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं. कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 880.34 अंक या 1.10 परसेंट टूटकर 79,454.47 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी भी 265.80 अंक गिरकर 24,008 पर आ गया.
निफ्टी बैंक इंडेक्स में 770.40 अंक या 1.42 परसेंट की गिरावट आई और इसकी क्लोजिंग 53,595.25 पर हुई. मार्केट एक्सपर्ट्स ने इस बिकवाली के पीछे वजह ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक के बीच बढ़ते टेंशन को बताया, जो बीते 22 अप्रैल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले पर की गई जवाबी कार्रवाई थी. इस घातक हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से अधिकतर सैलानी थे. अब दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष ने निवेशकों को चौंका दिया है. हालांकि, जानकारों ने जंग पर जल्द ही विराम लगने का भी अनुमान लगाया है क्योंकि सामरिक और आर्थिक मोर्चे पर भारत और पाकिस्तान का कहीं मुकाबला नहीं है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा है, दोनों देशों के बीच अप्रत्याशित रूप से युद्ध भड़कने के बाद मार्केट सेंटीमेंट पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है. अधिकतर लोगों को उम्मीद है कि भारत की मजबूत भू-राजनीतिक स्थिति के चलते जल्दी ही स्थिति सामान्य हो जाएगी.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा कहते हैं, ”तकनीकी दृष्टिकोण से, निफ्टी अभी अलग-अलग समय में प्रमुख मूविंग एवरेज के आसपास मंडरा रहा है, जो आगे और गिरावट की संभावना को दर्शाता है. इसे 23,800 के सपोर्ट जोन में रखा गया, इस लेवल से भी आगे टूटने पर गिरावट 23,200 तक बढ़ सकती है. दूसरी तरफ, रीबाउंड की स्थिति में 24,400-24,600 रेंज में स्ट्रॉन्ग रेसिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है.” उन्होंने आगे कहा, ”बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों ने बाजार में अस्थिरता को काफी हद तक बढ़ा दिया है, जैसा कि इंडिया विक्स में आए उछाल से जाहिर है.” शुक्रवार को इंडिया विक्स 2.95 परसेंट बढ़कर 21.63 परसेंट पर पहुंच गया.
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्नीकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा, ”इंडेक्स में तत्काल रेसिस्टेंस 24,200 पर नजर आ रहा है. इसके नीचे से ऊपर की ओर उछाल आने की संभावना है.” एचडीएफसी सिक्योरिटीज में प्राइम रिसर्च के हेड देवर्ष वकील ने जोर देकर कहा कि निफ्टी का शॉर्ट-टर्म ट्रेंड कमजोर बना हुआ है. रेसिस्टेंस 24,150–24,340 के जोन पर है, जबकि 23,850 तत्काल सपोर्ट के रूप में काम कर सकता है.