





इंडस्ट्रियल पंप उद्योग में बढ़ती संभावनाएँ।
भारत सहित पूरी दुनिया में इंडस्ट्रियल पंप उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है। वर्ष 2022 में इस वैश्विक उद्योग का मूल्य लगभग $63.29 बिलियन था, जो 2030 तक 4.9% की CAGR दर से वृद्धि करेगा। भारत में यह उद्योग विशेषकर तेल और गैस, जल एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन, रसायन, खनन और बिजली उत्पादन जैसे क्षेत्रों में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है।
Wilfley India: गुणवत्ता का प्रतीक
Wilfley India, जिसे भारत में 1997 में स्थापित किया गया था, आज इंडस्ट्रियल पंप सेक्टर में एक विश्वसनीय ब्रांड बन चुका है। इस सफलता के पीछे हैं सुनील सावंत, जो कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और जिन्होंने अपने नेतृत्व में Wilfley को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है।
सुनील सावंत का प्रेरणादायक नेतृत्व
सुनील सावंत के पास इस क्षेत्र में करीब तीन दशकों का अनुभव है। उन्होंने 1990 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और IIM बैंगलोर से मैनेजमेंट की पढ़ाई की। साथ ही, उन्होंने CII द्वारा संचालित बिजनेस एक्सीलेंस मॉडल का भी गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
उनकी कार्यशैली में डिसिप्लिन, ग्राहकों की आवश्यकताओं की समझ, गुणवत्ता से समझौता न करना, और हर कार्य को तार्किक रूप से समाप्त करना शामिल है। वह “टोटल कॉस्ट ऑफ ओनरशिप” की अवधारणा पर विश्वास करते हैं, जिससे ग्राहक लंबे समय तक Wilfley पर भरोसा बनाए रखते हैं।
कोविड संकट में भी विकास की रफ्तार बनी रही
कोविड-19 महामारी के दौरान जब अधिकांश उद्योग धीमे पड़ गए, उस समय भी सुनील सावंत ने कंपनी को एक नई दिशा दी। उन्होंने सांगली, महाराष्ट्र में एक अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई की स्थापना की, जो अब पंप, पंप पार्ट्स, हीट ट्रीटमेंट, असेंबली और टेस्टिंग के कार्यों में सक्षम है।
Wilfley India की वैश्विक रणनीति
Wilfley India अब केवल भारत तक सीमित नहीं है। कंपनी एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे बाजारों में भी अपने पंख फैला रही है। डेनवर (अमेरिका) स्थित Wilfley मुख्यालय के सहयोग से नई तकनीक और डिज़ाइन वाले पंप उत्पाद भी भारत में लॉन्च किए गए हैं।
ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण
सुनील सावंत का मानना है, “अगर आप सफल होते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं, और यदि असफल होते हैं तो आप मार्गदर्शन कर सकते हैं।” उनका लक्ष्य है एक सशक्त, रचनात्मक और ग्राहक संतुष्टि को प्राथमिकता देने वाली टीम का निर्माण करना।
वे अपने कर्मचारियों को नए विचार साझा करने, जोखिम लेने और टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। उनका सिद्धांत है कि सफलता एक निरंतर यात्रा है, न कि कोई गंतव्य।