




नाशिक, महाराष्ट्र – आध्यात्मिक नगरी नाशिक में आगामी सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। नाशिक महानगरपालिका (NMC) ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी परियोजना की घोषणा की है। प्रशासन ने बी.डी. भालकर मैदान पर पहला विश्रामगृह बनाने की योजना को हरी झंडी दी है। इस निर्माण कार्य की अनुमानित लागत करीब 4 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
नगरपालिका अधिकारियों के अनुसार, कुंभ मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु नाशिक पहुंचते हैं। भीड़ के इस अभूतपूर्व प्रवाह को देखते हुए शहर की व्यवस्था को पहले से मजबूत करने की आवश्यकता है। बी.डी. भालकर मैदान पर बनने वाला यह विश्रामगृह श्रद्धालुओं के ठहरने, विश्राम करने और अस्थायी ठिकाने के रूप में काम करेगा। इसमें स्वच्छ पेयजल, शौचालय, विश्राम कक्ष और सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएंगे।
नगरपालिका आयुक्त डॉ. अशोकराव गावित ने बताया कि इस परियोजना को “स्मार्ट सिटी मिशन” के अंतर्गत भी जोड़ा गया है, ताकि बुनियादी ढांचे का विकास आधुनिक और टिकाऊ ढंग से किया जा सके। उन्होंने कहा कि “कुंभ मेला नाशिक की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक है। लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए हमें अत्याधुनिक सुविधाओं की जरूरत है। बी.डी. भालकर मैदान पर बनने वाला यह विश्रामगृह इसी दिशा में पहला कदम है।”
कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के ठहरने की सबसे बड़ी समस्या होती है। पिछले कुंभ मेले (2015) के दौरान प्रशासन को अस्थायी टेंट और धर्मशालाओं की व्यवस्था करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार नगर निगम का लक्ष्य स्थायी और टिकाऊ संरचनाएं खड़ी करना है। इससे भविष्य में भी धार्मिक आयोजनों या आपातकालीन परिस्थितियों में इनका उपयोग किया जा सकेगा।
इस परियोजना में पर्यावरणीय पहलुओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। भवन निर्माण के दौरान “ग्रीन बिल्डिंग” मानकों का पालन किया जाएगा। वर्षा जल संचयन प्रणाली, सोलर पैनल आधारित ऊर्जा आपूर्ति और अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। नगरपालिका ने बताया कि यह भवन न केवल कुंभ मेले के दौरान बल्कि अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी उपयोगी रहेगा।
नगरसेवकों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। नगरसेवक दीपक सोनवणे ने कहा कि “कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि नाशिक की पहचान है। हर बार लाखों पर्यटक आते हैं, जिससे शहर की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलता है। ऐसे में नगर निगम की यह पहल शहर के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।”
वहीं स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन के इस निर्णय की सराहना की है। उनका कहना है कि हर बार कुंभ मेले के दौरान भीड़ और अव्यवस्था से राहत नहीं मिल पाती थी, लेकिन यदि इस बार स्थायी विश्रामगृह बनाए जाते हैं, तो इससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों दोनों को सुविधा होगी।
नाशिक महानगरपालिका ने जानकारी दी कि इस परियोजना के लिए भूमि का सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है और निर्माण कार्य का ठेका शीघ्र ही दिया जाएगा। पहले चरण में बी.डी. भालकर मैदान पर निर्माण होगा, जबकि दूसरे चरण में अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर भी ऐसे विश्रामगृहों के निर्माण की योजना है।
कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार और नगर निगम ने मिलकर एक उच्चस्तरीय समन्वय समिति का गठन किया है। इस समिति की निगरानी में सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरे किए जाएंगे। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि सभी आधारभूत परियोजनाओं को 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा ताकि 2027 में होने वाले कुंभ मेले से पहले सभी सुविधाएँ उपलब्ध हो सकें।
कुल मिलाकर, नाशिक महानगरपालिका की यह पहल न केवल धार्मिक पर्यटन को सुदृढ़ करेगी, बल्कि शहर के शहरी ढांचे में भी एक नया अध्याय जोड़ेगी। स्थायी विश्रामगृह जैसी परियोजनाएं शहर को “स्मार्ट, सुरक्षित और सुव्यवस्थित” बनाने के लक्ष्य को साकार करने में अहम भूमिका निभाएंगी।