




बॉलीवुड गपशप:गुरु रंधावा ने भारतीय संगीत जगत में अपने महत्वाकांक्षी कार्यों के साथ खुद को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित किया है। वर्षों से, उन्होंने भारतीय संगीत की पहचान और लोकप्रियता को दुनिया भर में बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है, जिसके चलते उन्हें ‘म्यूजिक सेंसेशन‘ का खिताब भी मिला है। हाल ही में चल रहे वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के दौरान गुरु रंधावा के म्यूजिक करियर की जमकर सराहना की गई, जिसमें दिलजीत दोसांझ का नाम भी लिया गया। यूट्यूब द्वारा उनकी संगीत यात्रा को एक केस स्टडी के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसने वहां मौजूद सभी दिग्गजों और दर्शकों का ध्यान खींचा।
गुरु रंधावा को एक प्रतिष्ठित संगीत आइकन बनाने वाला मुख्य तत्व है उनकी व्यापक जनप्रियता और उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की क्षमता। हाल ही में, उन्होंने इतिहास रच दिया है — वे YouTube पर 14 बिलियन व्यूज पार करने वाले पहले और एकमात्र भारतीय कलाकार बन गए हैं। यह अभूतपूर्व उपलब्धि उन्हें ड्रेक, ट्रैविस स्कॉट, डीजे खालिद, बिली आयलिश और डुआ लीपा जैसे प्रसिद्ध वैश्विक सितारों से आगे ले जाती है, और उनके आइकोनिक म्यूज़िकल पावरहाउस होने की पुष्टि करती है।
इसके अलावा, उन्होंने अपनी लोकप्रियता में और इज़ाफा अंतरराष्ट्रीय कोलैबोरेशन्स और हाल ही में रिलीज़ हुए अपने पहले स्वतंत्र एल्बम Without Prejudice के ज़रिए किया है। इस एल्बम में उन्होंने नौ अनोने गीत पेश किए हैं, जिनमें पंजाबी जड़ों से लेकर महिलाओं की शक्ति का उत्सव मनाने जैसे विविध विषय शामिल हैं। हाल ही में रिलीज़ हुआ गाना कतल इंटरनेट पर धूम मचा रहा है और इसकी एनर्जेटिक बीट्स पर पूरा देश थिरक रहा है।
जैसे-जैसे कतल वैश्विक चार्ट्स पर धूम मचा रहा है, दर्शक पूरे एल्बम को ऑडियो फॉर्मेट में सुन रहे हैं और बेहतरीन प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। सिर्रा ,स्नैपबैक , जानेमन जैसे गाने टॉप चार्ट्स पर हैं और श्रोताओं की प्लेलिस्ट में छाए हुए हैं।
हर नए म्यूज़िकल क्रिएशन के साथ गुरु रंधावा न सिर्फ भारतीय संगीत की सीमाओं को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि एक वैश्विक संगीत पावरहाउस के रूप में अपनी पहचान भी मजबूत कर रहे हैं।