




ऐप्पल के एयरपॉड्स को केसिंग की सप्लाई करने वाली अमेरिकी कंपनी जेबिल भारत में अपना प्रोडक्शन बढ़ाने पर विचार कर रही है. इससे पहले, फॉक्सकॉन ने भी यहां अपने प्रोडक्शन को बढ़ाया.
ऐप्पल को इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट्स सप्लाई करने वाली दिग्गज कंपनी जेबिल भारत में अपनी दूसरी फैक्ट्री का इस्तेमाल कर एयरपॉड्स की केसिंग का प्रोडक्शन बढ़ाने का प्लान बना रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी और अमेरिका व चीन के बीच ट्रेड वॉर के बीच चीन से ऐप्पल के सप्लायर बेस की शिफ्टिंग की खबरों के बीच यह फैसला लिया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेबिल फिलहाल पुणे की अपनी फैक्ट्री में एयरपॉड्स के लिए प्लास्टिक बॉडी या केसिंग बनाती है. अब कंपनी एयरपॉड्स की बॉडी का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली (त्रिची) फैक्ट्री का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है. कंपनी जून या जुलाई के आखिर तक अपने फाइनल प्लान के बारे में राज्य सरकार को जानकारी दे सकती है.
भारत में मैन्युफैक्चरिंग का मजबूत बेस
ET की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि इस अमेरिकी कंपनी के अधिकारियों ने चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की थी. इसके बाद सभी ने त्रिची का दौरा किया, जहां प्रोडक्शन शुरू होने के लिए कंस्ट्रक्शन का होना अभी बाकी है.
एक दूसरे व्यक्ति ने कहा, जेबिल ऐप्पल के दूसरे सप्लायर्स की ही तरह भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत बनाना चाह रही है. जरूर कंपनी को भारत में ऐप्पल के लिए अपनी प्रोडक्शन कैपिसिटी को बढ़ाना मुनाफा देने वाला लग रहा होगा.
एयरपॉड्स कम्पोनेंट्स का प्रोडक्शन एक नई कैटेगरी
एयरपॉड्स के लिए कम्पोनेंट्स का प्रोडक्शन भारत के लिए एक नई कैटेगरी है. आने वाले समय में इसकी अहमियत और भी बढ़ने की उम्मीद है और जेबिल जैसी कंपनियां इस दिशा में एक कदम आगे बढ़कर रहना चाहती हैं.
भारत में अपना प्रोडक्शन बढ़ाने की जेबिल के प्लान की खबर उन रिपोर्टों के बाद सामने आ रही हैं, जिनमें कहा गया है कि फॉक्सकॉन की हैदराबाद यूनिट में एक्सपोर्ट के लिए एप्पल एयरपॉड्स का उत्पादन शुरू भी हो गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह इस बात का संकेत देता है कि ऐप्पल चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने और अपने ग्लोबल सप्लाई चेन में विविधता लाने के लिए भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस का दायरा बढ़ा रही है.