





दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंची
गुरुवार, 15 मई की सुबह से दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में धूल भरी हवाओं और धुंध की परत ने लोगों की सांस लेना मुश्किल कर दिया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 400 से 500 के बीच दर्ज किया गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर खतरा
प्रदूषित हवा में मौजूद धूल के महीन कण लोगों के लिए सांस की बीमारियों, आंखों में जलन, त्वचा संबंधी समस्याएं और दमा जैसी बीमारियों को न्योता दे रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी और पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में तेज धूल भरी हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। शुक्रवार (16 मई) को गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है, जो कुछ हद तक धूल को नीचे बैठा सकती है।
IMD ने यह भी कहा है कि 21 मई तक बादल छाए रहने की संभावना है, जिससे वायु गुणवत्ता में थोड़ी राहत मिल सकती है।
क्या बोले विशेषज्ञ और चिकित्सक?
- बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकलें
- मास्क जरूर पहनें, खासकर N95 या एन्टी-पोल्यूशन मास्क
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
- घर लौटने के बाद चेहरा और हाथ-पैर जरूर धोएं
दिल्ली एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी घटी
दिल्ली IGI एयरपोर्ट क्षेत्र में सुबह विजिबिलिटी 4500 मीटर से घटकर 1200 मीटर तक आ गई। इसका मुख्य कारण तेज हवाओं के साथ फैली धूल रहा, जिससे विमान परिचालन और यातायात पर असर पड़ा।
राजनीतिक बयानबाजी भी तेज
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “चार इंजन की बीजेपी सरकार में दिल्ली का एक्यूआई 500 के पार चला गया है। गर्मी में इतनी धूल और प्रदूषण पहले कभी नहीं देखा गया।”