




1992 में लीड्स जाते समय पुलिस ने सचिन तेंदुलकर को स्पीडिंग के लिए रोका, लेकिन फिर कार में देखकर मुस्कुरा दिए अफसर। जानिए पूरा किस्सा।
जब मास्टर ब्लास्टर को रोक लिया पुलिस ने…
खेल समाचार: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर से जुड़ा एक बेहद दिलचस्प किस्सा एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में है। यह घटना आज की नहीं, बल्कि 1992 की है, जब सचिन काउंटी क्रिकेट के दौरान इंग्लैंड के यॉर्कशायर क्लब से खेल रहे थे। एक इंटरव्यू में खुद सचिन ने इस घटना का ज़िक्र किया था कि कैसे उन्हें लीड्स जाते समय पुलिस ने स्पीडिंग के चलते रोक लिया था, लेकिन एक चीज़ देखकर बिना किसी जुर्माने के जाने दिया गया।
स्पीड लिमिट से ऊपर थी गाड़ी
सचिन ने बताया कि वे न्यूकैसल से एक काउंटी मैच खेलकर लीड्स लौट रहे थे। देर रात थी और सड़कों पर काम हो रहा था, इसलिए स्पीड लिमिट सिर्फ 50 मील प्रति घंटा थी। सचिन के साथ उस वक्त उनके साथी जतीन परांजपे भी मौजूद थे।
सचिन ने पुलिस की गाड़ी को सामने जाते देखा और सोचा कि वह उसी के पीछे-पीछे निकल जाएंगे ताकि रास्ते में कोई दिक्कत न आए। लेकिन कुछ ही दूर जाकर पुलिस ने उन्हें इशारा कर रोक लिया।
पुलिस अफसर ने पूछा – संकेत नहीं देखा?
जब पुलिसकर्मी ने पूछा कि आपने मेरा इशारा क्यों नहीं समझा, तो सचिन ने सफाई दी कि उन्हें लगा शायद गाड़ी की लाइट जलाने को कहा गया था। इस पर अफसर ने बताया कि इशारा स्पीड लिमिट को लेकर था – जो सचिन ने पार कर दी थी।
यॉर्कशायर का लोगो देख कर बदला रुख
सचिन ने बताया कि उस गाड़ी पर Yorkshire County Cricket Club का लोगो था। जैसे ही पुलिस ने यह देखा, उन्होंने पूछा – क्या आप यॉर्कशायर के विदेशी खिलाड़ी हैं? सचिन ने जवाब दिया – “हां, मैं यॉर्कशायर का पहला विदेशी खिलाड़ी हूं।”
इसके बाद पुलिस अफसर मुस्कुराया और बोला – “आप जा सकते हैं, आगे से ध्यान रखिए।” इस तरह सचिन किसी भी जुर्माने से बच निकले और यह वाकया उनकी यादगारों में शामिल हो गया।
आज फिर चर्चा में है लीड्स
20 जून से इंग्लैंड के लीड्स स्थित हेडिंग्ले स्टेडियम में भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज़ शुरू हो रही है। ऐसे में क्रिकेट फैंस पुराने किस्से और रिकॉर्ड्स को खंगाल रहे हैं। और सचिन का यह किस्सा एक बार फिर चर्चा में है।
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