




UAE बना दुनिया का इंटरनेट सुपरपावर, पाकिस्तान और भारत अब भी पीछे।
नई दिल्ली:आज के डिजिटल युग में इंटरनेट स्पीड किसी भी देश की तकनीकी प्रगति का पैमाना बन गई है। आम धारणा है कि अमेरिका, भारत या चीन जैसे बड़े देश सबसे तेज इंटरनेट सुविधाएं देते होंगे, लेकिन हाल ही में जारी Speedtest Global Index (अप्रैल 2025) ने इस सोच को गलत साबित कर दिया है। इस रिपोर्ट में UAE को दुनिया का सबसे तेज इंटरनेट देने वाला देश बताया गया है।
कौन है सबसे तेज इंटरनेट वाला देश?
Speedtest द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यूएई (UAE) में अप्रैल 2025 तक औसतन 442 Mbps की मोबाइल इंटरनेट स्पीड दर्ज की गई, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। टॉप-5 देशों में कतर, हांगकांग, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया शामिल हैं।
इसके मुकाबले:
१. भारत की औसत मोबाइल इंटरनेट स्पीड लगभग 54 Mbps और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड 75 Mbps है।
२. अमेरिका की फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड लगभग 240 Mbps है, जो अच्छा है, लेकिन वह भी सिंगापुर और यूएई जैसे देशों से पीछे है।
क्या पाकिस्तान भी टॉप लिस्ट में है?
नहीं। पाकिस्तान इस रैंकिंग में कहीं नहीं टिकता। Ookla की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में औसत मोबाइल इंटरनेट स्पीड 20 Mbps से भी कम है, जो ग्लोबल एवरेज से काफी पीछे है। इस वजह से पाकिस्तान को टॉप देशों की सूची में शामिल करना गलत होगा।
भारत और पाकिस्तान क्यों हैं पीछे?
जनसंख्या घनत्व: इंटरनेट यूज़र्स की संख्या अधिक होने से नेटवर्क पर लोड बढ़ता है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में फाइबर ऑप्टिक कनेक्टिविटी का अभाव।
कम निवेश: डेटा सस्ता है लेकिन नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में निजी और सरकारी निवेश अपेक्षा से कम है।
नीतिगत अड़चनें: स्पेक्ट्रम नीलामी, कर और नियामकीय नीतियों में अनिश्चितता।
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